प्यार और धोखा - 11
दोनों नहाकर बाथरूम से बाहर निकले फिर दोनों तैयार होने लगे ।दोनों की ही चेहरे पर एक अलग ही चमक दिखाई दे रही थी तैयार होने के बाद दोनों रवि की बाइक से बाहर घूमने निकल गए । वह दोनों एक रेस्टोरेंट पहुंचे वहां जा कर पूजा ने खाना ऑर्डर किया रवि अपने आसपास रेस्टोरेंट को देख रहा था जो उसे अपनी हैसियत से ज्यादा का दिखाई दे रहा था पर पूजा के सामने कुछ बोल नहीं पा रहा था।
दोनों ही एक दूसरे का हाथ पकड़ कर बैठे थे और बातें कर रहे थे तभी वेटर खाना लेकर आया दोनों बातें करते हुए खाना खा रहे थे । खाना खाने के बाद वेटर बिल लेकर आया तो पूजा बोली चलो मैं दे देती हूं पेमेंट पर रवि ने उसे मना किया और खुद पेमेंट करने लगा। पूजा एक बार फिर बोली रवि तुम मत दो मैं दे देती हु अगली बार तुम दे देना रवि नहीं मानना और काउंटर की तरफ चला गया उसने पेमेंट देखा तो उसकी आदि सैलरी से भी ज्यादा था उसने अपने डेबिट कार्ड उनको दिया और पेमेंट करके दोनों वहां से वापस बाहर आए।
पूजा होली चलो शॉपिंग पर चलते हैं वहां से दोनों एक मॉल में गए पूजा ने अपने लिए कपड़े खरीदे उसके पैसे भी रवि ने दिए और पूजा ने रवि के लिए एक ड्रेस खरीदी उसके पैसे पूजा ने दिए। दोपहर तक घूमते हुए दोनों वापस घर आए कुछ देर आराम करने के बाद वापस उनका प्रेम मिला चला। शाम के समय रवि बोला अब मैं घर चलता हूं घरवाले इंतजार कर रहे होंगे पूजा ने उसे रोका और बोली पता नहीं वापस कब मौका मिलेगा चलो एक बार फिर से मजे करते हैं ।
फिर क्या वापस उनका शुरू हो गया प्रेम मिलाप हवस से भरपूर जिसे आज की युवा प्यार कहते हैं। 1 घंटे और यह कार्यक्रम चला उसके बाद रवि अपने घर के लिए निकल गया और पूजा उसके जाते ही तैयार होकर बाहर चली गई । रवि अपने घर पहुंचा खाना-वाना खाकर वह अपने कमरे में सोने चला गया। अगले दिन जब सुबह उठा तो उसकी मम्मी बोली बेटा कुछ पैसे चाहिए थे घर का राशन लाना था रवि बोला आप मुझे सामान की लिस्ट दे दीजिए। शाम को मैं आते हुए लेकर आऊंगा रवि की मम्मी ने उसे सामान की लिस्ट दी और वह अपने काम पर निकल गया।
काम से लौटते समय उसे पूजा का फोन आया और उसे अपने घर पर बुलाया । आज पूरे दिन दोनों की बात नहीं हुई थी इसीलिए रवि सोचने लगा कि इसी बहाने कुछ देर उसके पूजा के साथ भी वक्त बिता पाएगा । इसलिए वह उसके घर चला गया उसके घर पहुंचते ही पूजा दरवाजा बंद करते ही उसे किस करना शुरू कर देती हैं और अपने कमरे की तरफ ले कर जाती है रवि भी उसका साथ दे रहा था कुछ देर में ही दोनों पूजा के बिस्तर पर होते हैं बिना कपड़ों के।
पूजा के घर से निकलता है और उसकी मम्मी ने जो सामान मंगाया वो लेकर अपने घर पहुंचता है । उसकी जो सैलरी थी पिछले महीने की वह पूरी की पूरी अब खत्म हो गई थी। उसने पूजा को कपड़े भी दिलवाए थे उसके साथ खाना खाया था उसके पास अब पूरे महीने के लिए पैसे बिल्कुल नहीं थे। अगले दिन जब वह अपने ऑफिस से सामान बेचने निकला हुआ तब उसे पूजा का कॉल आता है पूजा बोलती है चलो आज रात को बाहर खाना खाने चलते हैं ।
अगर तुम फ्री हो तो वैसे तो तुम पूरे दिन बिजी रहते हो अपनी बात भी नहीं हो पाती पूजा थोड़ा नाराजगी के साथ बोली। रवि समझ पा रहा था इसलिए उसने मना नहीं किया और हां बोल दिया और वह भी जानता था कि उसके पास पैसे बिल्कुल नहीं है इसलिए उसने अपने साथ काम करने वाले एक दोस्त से बोला कि उसे कुछ पैसों की जरूरत है वह अगले महीने सैलरी के साथ वापस दे देगा उसने अपने दोस्त से ₹5000 लिए और पूजा से मिलने चला गया।
अगला पार्ट बहुत जल्द आपको मिलेगा तब तक पढ़ते रहिए और अपना और अपने परिवार का ख्याल रखिए क्योंकि कोई और रखने नहीं आएगा ,सुनो सबकी करो अपने मन की।
कमश:
।। जयसियाराम ।।
vishalramawat"सुकून"(जाना)